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Tuesday 26 January 2016

अध्याय 11 श्लोक 11 - 9 , BG 11 - 9 Bhagavad Gita As It Is Hindi

 अध्याय 11 श्लोक 9
संजय ने कहा – हे राजा! इस प्रकार कहकर महायोगेश्र्वर भगवान् ने अर्जुन को अपना विश्र्वरूप दिखलाया |



अध्याय 11 : विराट रूप

श्लोक 11 . 9


सञ्जय उवाच


एवमुक्त्वा ततो राजन्महायोगेश्र्वरो हरिः |

दर्शयामास पार्थाय परमं रूपमैश्र्वरम् || १ ||



सञ्जयःउवाच –संजय ने कहा; एवम् – इस प्रकार; उक्त्वा –कहकर; ततः –तत्पश्चात्; राजन् – हे राजा; महा-योग-ईश्र्वरः – परा शक्तिशाली योगी; हरिः – भगवान् कृष्ण ने; दर्शयाम् आस – दिखलाया; पार्थाय – अर्जुन को; परमम् – दिव्य; रूपम् ऐश्र्वरम् – विश्र्वरूप |


भावार्थ

संजय ने कहा – हे राजा! इस प्रकार कहकर महायोगेश्र्वर भगवान् ने अर्जुन को अपना विश्र्वरूप दिखलाया |








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